देशभर में क्रिप्टोकरंसी को लेकर काफी लोग इसमें निवेश करने के लिए अपने पैसे को इन्वेस्ट करते हैं और इसमें से अधिक से अधिक लाभ उठाते हैं इन सभी को दायरे में रखते हुए सरकार ने यह देखा कि दुनिया भर में क्रिप्टोकरंसी का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है।
और भारत में भी क्रिप्टोकरंसी लोगों को बहुत ज्यादा अपनी और आकर्षित कर रहा है क्रिप्टो में बढ़ते हुए निवेश को देखते हुए क्रिप्टो सुपर ऐप क्रिप्टो वायर ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक IC15 लॉन्च किया है।
आइए जानेंगे आज हम की क्रिप्टोकरंसी IC15 यह किस प्रकार कार्य करता है और इनके दायरे में और कौन सी क्रिप्टोकरंसी है जिन पर यह अपनी नजर रखेगा।
यह भी हम जानेंगे कि इसकी वैल्यू किस बेस पर सेट की गई है और Crypto ic15 इंडेक्स बाजार की कितने प्रतिशत तक ज्यादा गतिविधियों को कवर कर सकता है और आपको यह बता दे की इसे Crypto के बाजार को ट्रैक करने का सबसे अच्छा टूल माना जाता है।

IC15 Crypto Index कैसे काम करेगा
IC15 इंडेक्स में बिटकॉइन (Bitcoin), एथेरियम (Ethereum), एक्सआरपी, लाइटकॉइन (Litecoin), बिनांस कॉइन (Binance Coin), सोलाना (Solana), टेरा (Terra) और चेनलिंक (ChainLink) जैसी लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसीज़ शामिल हैं।
कमेटी (Index Governance Committee) मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में पहले टॉप 400 कॉइन्स को चुनेंगी. इनमें से फिर टॉप 15 कॉइन्स का चुनाव करेगी जिसकी निगरानी में यह सब क्रिप्टोकरंसी आ सकते हैं।
सख्त क्रिप्टोकरेंसी मानक
दुनिया में मौजूद 400 क्रिप्टो कॉइन की सूची में शामिल होने वाले क्रिप्टोकरेंसी का जो बिजनेस है कम से कम 90% से भी ज्यादा होना चाहिए ट्रेडिंग वॉल्यूम में 100 वॉल्यूम करेंसी में इसका स्थान होना चाहिए।
IC15 cryptocurrency index का प्राइस 10000 पर सेट किया गया है और इसका बेस date 1 अप्रैल 2018 है 1 जनवरी 2022 तक इंडेक्स अपने वॉल्यूम 71,463.30 पॉइंट थी कंपनी ने यहां तक यह भी कह दिया था कि इंडस बाजार की 80% से भी ज्यादा गतिविधि जो हो रहे हैं उनको यह कवर करेगा और यह एक क्रिप्टो के बाजार को ट्रैक करने में सबसे अच्छा टूल है।
इससे क्रिप्टो निवेशकों को कैसे मदद मिलेगी
इस क्रिप्टो वायर के जो प्रबंधक निर्देशक जिगीश सोनागारा का यह कहना है कि IC15 launch करने का मकसद सिर्फ निवेशको को सीखाने के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराना है यहा न केवल निवेशकों को क्रिप्टो बाजार में हो रहे गतिविधियों के बारे में भी ज्ञान बढ़ेगा।
बल्कि उन्हें अपने बिजनेस से होने वाले लक्ष्य को हासिल करने में भी मदद करेगा आईसी 15 से इन कारोबार पर एक पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा निवेशकों को सही और बिल्कुल सटीक जानकारी हासिल होगी इसमें से जोखिम को बहुत ही ज्यादा कम करने में मदद मिलेगी।
RBI के बाद SEBI भी हुआ सख्त
आपको हम यह भी बताते चलें कि आरबीआई पहले से ही क्रिप्टो करेंसी को लेकर काफी ज्यादा सख्त थी और तो और अब तो SEBI ने भी क्रिप्टो करेंसी के खिलाफ कठोर कदम उठाया है सेबी ने म्यूचल फंड के क्रिप्टोकरंसी से जुड़े प्रोडक्ट लाने पर रोक लगा दिया है शेयर बाजार नियामक ने साफ यह कर दिया है कि कोई भी मैं चल फंड किसी क्रिप्टो करेंसी प्रोडक्ट में निवेश नहीं कर सकता है।
और यह भी आपको जानकारी देते चलें कि सेबी ने खुद क्रिप्टोकरंसी से जुड़े एक न्यू फंड ऑफर NFO का मंजूरी दी थी लेकिन अब से भी यह भी चाहता है कि जब तक सरकार कानून नहीं बना देती है तब तक क्रिप्टो से जुड़ा कोई भी NFO बिल्कुल ही ना आए।
क्यों लॉन्च हुआ भारत में पहला Cryptocurrency IC15 Index
- हाल ही में, सुपरएप क्रिप्टोवायर ने भारत का पहला क्रिप्टोकरेन्सी इंडेक्स, IC15 लॉन्च किया। यह बाजार पूंजीकरण द्वारा प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध 15 सबसे व्यापक रूप से व्यापारित क्रिप्टोक्यूरैंक्स के प्रदर्शन को मापेगा।
- इसका उद्देश्य क्रिप्टोक्यूरेंसी और ब्लॉकचेन पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में जागरूकता और ज्ञान बढ़ाना और निवेशकों को आभासी सिक्का व्यापार की समझ विकसित करने में मदद करना है।
- सूचकांक में शामिल की जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी का चयन ‘इंडेक्स गवर्नेंस कमेटी’ (आईजीसी) द्वारा किया जाएगा, जिसमें डोमेन विशेषज्ञ, उद्योग पेशेवर और शिक्षाविद शामिल होंगे। सूचकांक की तिमाही आधार पर समीक्षा भी की जाएगी।
- 1 जनवरी, 2022 तक, सूचकांक में शीर्ष चार क्रिप्टोकरेंसी के रूप में बिटकॉइन, एथेरियम, बिनेंस कॉइन और सोलाना शामिल हैं
क्रिप्टोकरेंसी के लिए ये साल शानदार रहेगा
क्रिप्टो करेंसी पर रोक लगाने के लिए पूरे दुनिया भर में कवायद चल रही है इसी बीच एक खबर आ रही है कि यह साल यानी कि साल 2022 क्रिप्टोकरंसी के लिए एक बहुत ज्यादा काफी शानदार रहने वाला है क्रिप्टो लीडर नेक्सों के मैनेजिंग पार्टनर एंड टोनी का मानना है कि इस साल जून के अंत तक बिटकॉइन $100000 तक पहुंच जाएगा ।
आरबीआई कमेटी ने कहा था- क्रिप्टोकरेंसी को टोकन के रूप में रेगुलेट किया जा सकता है
क्रिप्टोकरेंसी के सवाल पर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) एमपीसी के एक सदस्य ने कहा कि उन्हें ‘क्रिप्टो-टोकन’ कहना ज्यादा उचित होगा। उन्हें मुद्रा के रूप में स्वीकार्य नहीं माना जा सकता है। मुद्रा के रूप में उनके उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
लेकिन उन्हें टोकन के रूप में विनियमित किया जा सकता है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले कहा था कि सभी लोकतांत्रिक देशों को क्रिप्टोकरेंसी पर मिलकर काम करने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि यह गलत हाथों में न जाए।
उन्होंने वर्चुअल करेंसी का उदाहरण देते हुए कहा, ‘उदाहरण के लिए क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को ही लें। यह महत्वपूर्ण है कि सभी देश इस पर एक साथ काम करें और सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न पड़ जाए, जो हमारे युवाओं को खराब कर सकता है।